बंद करना

    नानकमत्ता

    नानकमत्ता सिख धर्म के महान तीर्थस्थलों में से एक है। सरयू नदी पर एक गुरुद्वारा और एक बड़ा बांध है जिसे नानक सागर के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि प्रथम गुरु, गुरु नानक देव, 1515 ई. में कैलाश पर्वत जाते समय इस स्थान पर आए थे। साल भर में हजारों सिख तीर्थयात्री यहां आते थे। रात्रि विश्राम के लिए यहां एक पर्यटक विश्राम गृह और गुरुद्वारा उपलब्ध हैं।
    नानकमत्ता 56 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रुद्रपुर (उधम सिंह नगर जिले का जिला मुख्यालय) से टनकपुर-पानीपथ राजमार्ग पर और लगभग 121 किलोमीटर। नैनीताल से नैनीताल-टनकपुर मार्ग पर। यहां का खूबसूरत बड़ा बांध भी यहां पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है। इस पिकनिक स्पॉट में नौकायन और मछली पकड़ने का आनंद लिया जा सकता है। ऊपर साफ आकाश को प्रतिबिंबित करता शांत झील का पानी एक मनमोहक दृश्य है।

    संपर्क विवरण

    पता: नानकमत्ता

    नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा सितारगंज

    कैसे पहुंचें

    प्रकाशन और समाचार पत्र

    निकटतम एअरपोर्ट - पंतनगर (56 कि०मी०)

    ट्रेन द्वारा

    निकटतम रेलवे स्टेशन - टनकपुर (40 कि०मी०)

    सड़क के द्वारा

    दिल्ली/रुद्रपुर से टैक्सी या बस लें